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  • जानिये मेथी खाने और मेथी-अजवाइन का पानी पिने से क्या-क्या फायदे व नुकसान होते है !

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    • 11 Apr,2021 04:11 PM
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    मेथी (Fenugreek)

    बचपन में हमने बहुत बार सुना होगा अपनी दादी नानी से, बेटा कड़वी चीज बहुत फायदे मंद होती हैं, आजा करेला, नीम खाले; लेकिन आप को ये कड़वी चीजे थोड़ी पसंद होती हैं। लेकिन अब जान लीजिये जितनी कड़वी चीज उतनी ही मीठी फायदेमंद होती हैं। और ऐसे ही एक कड़वी चीज हैं जिसका नाम हैं मेथी दाना। जी हाँ मेथी जिसे मेथिका भी बोलते हैं। इस का इस्तेमाल हर घर में होता है। लोग मेथी के पत्तों का साग बहुत पसंद करते हैं। कई लोग मेथी की चटनी पसंद करते हैं। मेथी के दानों (Fenugreek Seeds) से साबुन और सौंदर्य प्रसाधनों की चीजें बनाई जाती हैं। इसके अलावा भी मेथी के कई फायदे हैं। तो चलिए आज हम करते हैं मेथी के ढेर सारी बातें जिसे जानकार आप भी चौंक जायेंगे। 

    मेथी के फायदे Methi ke fayde in Hindi

    -एंटीआक्सीडेंट गुणों के कारण मेथी हृदय रोग के लिए लाभकारी है।

    -मेथी के बीज कब्ज दूर करने में काफी लाभकारी हैं।

    -प्रसव के बाद मेथी के औषधीय गुण से बहुत लाभ मिलता है। मेथी दाना से प्रसूता स्त्रियों के स्तनों में दूध बढ़ता है। मेथी के सेवन से माता के दूध की गुणवत्ता भी बढ़ती है जिससे शिशु का स्वास्थ्य भी अच्छा होता है।

    -हाई बीपी, डायबिटीज, अपच आदि बीमारियों में मेथी के बीज का उपयोग लाभकारी होता है।

    -मेथी की सब्जी में अदरक, गर्म मसाला रखकर खाने से निम्न रक्तचाप में फायदा होता है।

    -मेथी के दाने खराब कोलेस्ट्रॉल को भी कम करते हैं।

    -गैस बनने और गैस के कारण होने वाले रोगों में भी मेथी के सेवन से लाभ होता है।


    -अगर आप बार-बार उल्टी से परेशान रहते हैं तो मेथी के बीजों का चूर्ण का सेवन करें। इससे उल्टी बंद होती है।

    -जीरा, सौंफ, सोया, मेथी आदि में गुड़, दूध एवं गाय का घी मिलाकर पका लें। इसका सेवन कराएं। इससे योनि के रोग, बुखार, टीबी, खाँसी, सांसों का फूलना, एनीमिया, दुबलापन आदि बीमारियों में लाभ होता है।

    मेथी के नुकसान Methi ke Nuksan in Hindi

    मेथी के गुणों के बारे में आपने काफी पड़ लिया लेकिन अब जानिए मेथी से होने वाले नुकसान के बारे में, जानिए किन लोगों को इसका सेवन करने से बचना चाहिए।

    -मेथी खाने से कई बार एलर्जी भी हो सकती है । इसके अलावा जो लोग मेथी को त्‍वचा या बालों में इस्‍तेमाल करने की सेच रहे हैं वो भी एक बाद इसका पैच टेस्‍ट अवश्‍य कर लें ।

    -खास तौर से जो लोग ब्लडशुगर या डायबिटीज के मरीज हैं, उन्हें इसका सेवन सावधानी से करना चाहिए, क्योंकि यह शुगर के स्तर को प्रभावित करता है।

    -कई बार इसे खाने से पेट संबंधी समस्याएं भी होती हैं, जैसे गैस बनना, खट्टी डकार आना आदि। इससे बचने के लिए इसकी मात्रा का विशेष ध्यान रखें और यदि यह आपको सूट न कर रहा हो तो इसे न खाएं।

    -इसकी तासीर गर्म होती है। इससे मूत्र संबंधी समस्याएं भी हो सकती है।

    -गर्भवती महिलाओं या नवजात बच्चों की मांओं को इसका सेचन सावधानी से करना चाहिए। इससे दस्त आदि की समस्याएं हो सकती हैं। मेथी का सेवन ना करना ही बेहतर है । इसके लिए आप एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर ले।

    -मेथी खुद में एक आयुवेर्दिक औषधि है, इसमें पाए जाने वाले तत्‍व शरीर को अलग-अलग प्रकार से मदद करते हैं । ऐसे में यदि आप किसी बीमारी के लिए दवाई खा रहे हैं तो आपको मेथी खाने से परहेज करना चाहिए।

    मेथी के बालो के लिए फायदे Methi Ke fayde for Hair

    -मेथी न केवल खाने में स्वाद बढाती है बल्कि इस में कई आयुर्वेदिक गुण भी हैं। ये बालों को स्वस्थ रखने के साथ साथ गंजेपन का इलाज भी करती है।

    -2-3 चम्मच मेथी को हल्का सा भून लें और फिर पीसकर बारीक पाउडर बना लें। इस पाउडर को पानी में मिलाकर पेस्ट बना लें और इसे अपने बालों के स्कैल्प में लगाएं और 20 से 30 मिनट के लिए लगा रहने दें। 30 मिनट बाद नॉर्मल तरीके से बाल धो लें। इससे बाल स्वस्थ रहते हैं।

    - बालों को मजबूत बनाने के लिए हफ्ते में 2 बार मेथी के पानी से बाल धोना फायदेमंद माना जाता है। इसके लिए मेथी को रातभर पानी में भिगोकर रखना होता है और फिर सुबह उसका इस्तेमाल बाल धोने के लिए करने से बालों को घना और मजबूत बनाने में मदद मिल सकती है।

    -बाल रूखे-सूखे हो गए हैं तो मेथी के बीज को पीसकर उसमें नारियल या बादाम तेल मिक्स करके लगा सकते हैं।

    -अगर आप दोमुंहे बालों की समस्या से परेशान हैं तो मेथी का इस्तेमाल करें। मेथी को दही के साथ मिलाकर पेस्ट बना लें और हेयर मास्क के रूप में यूज करें।

    एक दिन में मेथी दाना कितना खाना चाहिए ?

    अगर हम अपनी डाइट में रोज एक चम्मच मेथी दाने का यूज करते हैं तो कई सारी बीमारियों से बचा जा सकता है। आुयर्वेदिक एक्सपर्ट अबरार मुल्तानी बताते हैं कि मेथी दाने को कई तरह से यूज किया जा सकता है। इसका पाउडर बनाकर आप दही, दाल या सब्जी में मिलाकर खा सकते हैं।

    अंकुरित मेथी Sprouted methi benefits

    अंकुरित मेथी दाने या स्प्राउट मेथी दाने खाने से हमारे शरीर को कई लाभ मिलते हैं।  स्प्राउट मेथी खाने से डायबिटीज नियंत्रित रहता है। मोटापा कम करने में मदद करते हैं। अंकुरित मेथी दाने स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए काफी लाभदायक होते हैं।

    मेथी में कौन से विटामिन होते हैं? Fenugreek Vitamins List

     

    मेथी दाने में सोडियम, जिंक, फॉस्फोरस, फॉलिक एसिड, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, जैसे मिनरल्स और विटामिन A, B और C भी पाए जाते हैं। इसके अलावा इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर्स, प्रोटीन, स्टार्च, शुगर, फॉस्फोरिक एसिड जैसे न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं।

     

    मेथी और अजवाइन का पानी पीने से लाभ ( Methi-Ajwain ke pani ke fayde)

    चमकती त्वचा पाने के लिए अजवाइन -मेथी का पानी बहुत अच्छा माना जाता है। नियमित रूप से इस ड्रिंक का सेवन करने से शरीर में खून शुद्ध होता है, साथ ही रक्त संचार में भी सुधार होता है। इससे त्वचा संबंधी रोगों और त्वचा पर दिखने वाले कील-मुंहासों, फाइन लाइन्स , झुर्रिंयों में कमी आती है। 

    मेथी के लड्डू खाने के फायदे ( Methi ke laddu ke fayde )

    -मेथी के लड्डू का सर्दियों में सेवन करना बहुत लाभकारी होता है और ये शरीर को गर्माहट देने का काम करता है।

    -घर के बड़े बुजुर्गों को आपने सर्दियों में मेथी और मेवे के लड्डू खाते जरूर देखा होगा। इसका प्रमुख कारण है, कि मेथी का सेवन आपको जोड़ों के दर्द की परेशानी से भी मुक्ति दिलाता है। 

    -अक्सर महिलाओं को बच्चे के जन्म के बाद मेथी के लड्डू खाने की सलाह दी जाती है क्योंकि इसमें मौजूद पोषक तत्व शरीर में विभिन्न प्रकार की कमियों को पूरा करने में सक्षम है।

    -मेथी के लड्डू ने केवल कई रोगों को ठीक करता है बल्कि इसके नियमित सेवन से ये किसी भी बिमारी से जल्द रिकवर करने में भी अति सहायक है।

    -मेथी के लड्डू बनाने के लिए मेथी के बीजों का उपयोग किया जाता है, जो बेहद सेहतमंद होते है। इसके साथ ही इसे स्वादिष्ट बनाने के लिए जिन सामग्री का उपयोग किया जाता है वे भी आपकी सेहत को दुरुस्त रखने में एक अहम् भूमिका निभाते हैं। मेथी के लड्डूओं में आप काजू, बादाम, पिस्ता आदि डॉयफ्रुइट्स और घी मिला सकते हैं।

    मेथी का पानी 

    -1 बड़ा बाउल लें और उसमें पानी डालें और 2 चम्मच मेथी दाने को उस पानी में डालकर रात भर भिगोने के लिए रख दें। सुबह उठकर पानी को छान लें और खाली पेट सबसे पहले इस पानी का सेवन करें।

    -1 चम्मच मेथी दाने को पैन में बिना तेल के हल्का सा फ्राई कर लें और फिर ब्लेंडर में डालकर उसका पाउडर बना लें। 1 गिलास गर्म पानी में 1 चम्मच मेथी का पाउडर डालें, मिक्स करें और हर सुबह खाली पेट इस पानी को पिएं।

    -आप मेथी को पाउडर बनाकर भी यूज कर सकते हैं, मेथी की चाय बना सकते हैं।

    -बार बार भूख लगने की समस्या भी दूर होती है।

    -डायबीटीज को दूर करती हैं।  मेरी माने तो डायबीटीज के मरीजों को रोज सुबह इसे पानी के साथ लेना चाहिए।

    -मेथी में mucilage नाम का एक तत्व पाया जाता है जिससे सर्दी खांसी की वजह से अगर गले में दर्द हो रहा हो या गला खराब हो तो उसमें भी मेथी का पानी आपकी काफी मदद कर सकता है।

    -मेथी का पानी अगर आप सुबह पी लेंगे तो आपका पेट भरा महसूस करेगा, जिस से भूख कम लगेगी और वजन भी कण्ट्रोल में रहेगा।

    - मेथी में फाइबर और ऐंटिऑक्सिडेंट भरपूर मात्रा में होता है लिहाजा शरीर में मौजूद टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद मिलती है और पाचन तंत्र मजबूत बनता है।
     

     मेथी का पानी कितने दिन तक पीना चाहिए?

    रोज एक महीने तक मेथी का पानी आप पी सकते हैं , लेकिन दोबारा आप इसको एक हफ्ते का गैप डालकर ही शुरू कर सकते हैं। आर्युवेद के अनुसार हमारी बॉडी एक महीने से ज्यादा कोई चीज लेंगे तो हमारी बॉडी उसकी एडिक्शन हो जाती हैं इसलिए एक महीना इसका लगातार इस्तेमाल करने के बाद थोड़ी ब्रेक के बाद ही दोबारा इसे फिर से शुरू करें।
     

     

    मेथी की खेती 

    मेथी की खेती सभी तरह की मिट्टियों में की जा सकती है, लेकिन अच्छे जल निकास वाली चिकनी मिट्टी इसकी खेती के लिए ज्यादा उपयुक्त रहती है। मेथी की बोआई छिटकवां विधि या लाइनों में की जाती है। छिटकवां विधि से बीज को समतल क्यारियों में समान रूप से बिखेर कर उनको हाथ या रेक द्वारा मिट्टी में मिला दिया जाता है। मैदानी क्षेत्रों में मेथी की बुवाई अक्टूबर से नवंबर महीने में की जाती है। जबकि पहाड़ी क्षेत्रों में इसकी बुवाई मार्च से मई तक की जाती है।


    अन्य भाषाओं में मेथी के नाम

    मेथी in Hindi – मेथी
    मेथी in English – फेनुग्रीक (Fenugreek), ग्रीक हे (Greek hay), ग्रीक क्लोवर (Greek clover)
    मेथी in Sanskrit – मेथिका, मेथिनी, मेथी, दीपनी, बहुपत्रिका, बोधिनी, बहुबीजा, ज्योति, गन्धफला
    मेथी in Oriya – मेथी (Methi)
    मेथी in Gujarati – मेथी (methi), मेथनी (Methani)
    मेथी in Tamil – मेंटुलु (Mentulu), वण्डयम् (Vandayam)
    मेथी in Telugu – मेन्तीकूरा (Mentikura); मेन्तूलू (Mentulu)
    मेथी in Bengali – मेथी (Methi), मेथनी (Methani)
    मेथी in Nepali – मेथी (Methi)
    मेथी in Punjabi – मेथी (Methi), मेथिनी (Methini)
    मेथी in Marathi – मेथी (Methi)

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