काली मिर्च क्या है ? Kali Mirch kya he?
औषधीय गुणों से भरपूर काली मिर्च स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होती है। इसलिए इसका इस्तेमाल मुख्य रूप से गरम मसालों के रूप में किया जाता है। काली मिर्च का सेवन हमें ठंड और गले की बीमारियों से बचाता है। काली मिर्च का वैज्ञानिक नाम पाइपर निग्राम है। काली मिर्च को अंग्रेजी में ब्लेक पेपर और संस्कृत में मारिचं उष्ण कहा जाता है।
इसका सर्व प्रथम उत्पत्ति स्थान भारत वर्ष में दक्षिणी राज्यों को माना जाता है। मुख्यतः विश्व में इसकी उपज केरल राज्य में सबसे अधिक मात्रा में होती है। केरल में काली मिर्च की सर्वश्रेष्ठ गुणवत्ता पायी जाती है। आयुर्वेद में काली मिर्च (Black Pepper Benefits) को औषधि के रूप में खूब इस्तेमाल किया जाता है।
आइये जानते हैं काली मिर्च से होने वाले फायदे के बारे में। Kali Mirch ke fayde in Hindi
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक
काली मिर्च में विटामिन सी और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। काली मिर्च से बने काढ़े का सेवन कर इम्यूनिटी को मजबूत बनाया जा सकता है।
सर्दी जुकाम से राहत
काली मिर्च का नियमित सेवन करने से सर्दी के मौसम में होने वाली खांसी और जुकाम से आपको राहत मिलती है। साथ ही इसके सेवन से आपका गला भी साफ रहता है।
त्वचा संबंधी समस्या में सहायक
काली मिर्च सिर्फ स्वाद और सेहत ही नहीं बल्कि सुंदरता को भी बढ़ाने में मददगार है। काली मिर्च के तेल में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं।
तनाव को कम करने में लाभकारी
काली मिर्च में पिपराइन मौजूद होती है और उसमें एंटी-डिप्रेसेंट के गुण होते है। जिस कारण काली मिर्च लोगों की टेंशन और डिप्रेशन को दूर करने में मदद करती है।
ब्लड प्रेशर को करता है कंट्रोल
ब्लड प्रेशर के रोगियों के लिए काली मिर्च का सेवन करना काफी लाभकारी माना जाता है। काली मिर्च को किशमिश के साथ सेवन करने से ब्लड प्रेशर की समस्या को कंट्रोल में रखा जा सकता है।
दांतों की समस्या होती है दूर
काली मिर्च का सेवन दांतों से जुड़ी समस्याओं में भी आराम देती है। काली मिर्च से मसूड़ों के दर्द में बहुत जल्दी आराम मिलता है। यदि आप काली मिर्च, माजूफल और सेंधा नमक को मिलाकर चूर्ण बनाकर कुछ बूंद सरसों के तेल में मिलाकर दांतों और मसूड़ों में लगाकर आधे घंटे बाद मुंह साफ कर लें तो इससे आपके दांत और मसूड़ों में दर्द होने वाली समस्या भी दूर हो जाएगी।
काली मिर्च में कौनसा विटामिन होता है?
काली मिर्च में विटामिन सी, विटामिन ए, फ्लेवोनॉयड्स, कारोटेन्स और एंटी -ऑक्सीडेंट होता है।
काली मिर्च की तासीर क्या है? Kali Mirch ki taseer kaisi hoti hai
काली मिर्च को गर्म मसालों में गिना जाता है, इस आधार पर कहा जा सकता है कि इसकी तासीर गर्म होती है। इसलिए, गर्मियों में इसकी अधिक मात्रा में सेवन करने से काली मिर्च के साइड इफेक्ट्स होने के जोखिम बने रहते हैं।
काली मिर्च खाने से क्या लाभ होता है? Kali Mirch khane ke fayde
काली मिर्च का भोजन में प्रयोग करने से भी आपको बहुत लाभ मिलता है। उदाहरण के लिए, ठंड के दिनों में बनाए जाने वाले सभी पकवानों में काली मिर्च का उपयोग किया जाता है ताकि ठंड और गले की बीमारियों से रक्षा हो सके। काली मिर्च नपुंसकता, रजोरोध यानी मासिक धर्म के न आने, चर्म रोग, बुखार तथा कुष्ठ रोग आदि में लाभकारी है। आंखों के लिए यह विशेष हितकारी होती है। जोड़ों का दर्द, गठिया, लकवा एवं खुजली आदि में काली मिर्च में पकाए तेल की मालिश करने से बहुत लाभ होता है।
सुबह खाली पेट काली मिर्च खाने के फायदे (Subah khali pet kali mirch khane Ke Fayde)
सुबह खाली पेट काली मिर्च के सेवन करने से पाचन क्रिया में सुधार हो सकता है और वजन को कम करने में भी मदद कर सकता है। बेहतर होगा कि सुबह खाली पेट काली मिर्च की चाय का सेवन किया जाए। इससे काली मिर्च की चाय के फायदे स्वास्थ्य पर हो सकते हैं। कुछ लोगों को खाली पेट काली मिर्च लेने से नुकसान हो सकता है। इसलिए, डॉक्टर की सलाह पर ही सेवन करें।
काली मिर्च का पानी पीने के फायदे (Kali Mirch Aur Paani Ke Fayde)
काली मिर्च का पानी पीना फायदेमंद हो सकता है। यह पानी पेट को साफ करने का काम कर सकता है। काली मिर्च में पाया जाने वाला पाइपरिन अग्नाशय यानी पेट के पाचन एंजाइमों को उत्तेजित कर पाचन क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकता है । काली मिर्च से पैंक्रियाटिक लाइपेज, काइमोट्रिप्सिन और एमिलेज की गतिविधियों को बढ़ावा मिल सकता है। इन सभी को डाइजेस्टिव एंजाइम के रूप में जाना जाता है। इनसे पूरी पाचन प्रक्रिया बेहतर तरीके से काम कर सकती है।
दूध में काली मिर्च डालकर पीने के फायदे (Kali Mirch Aur Doodh Ke Fayde)
जीरा और काली मिर्च वाला दूध डाइजेशन सुधारकर पेट दर्द की समस्या दूर करता है। और शरीर में इम्युनिटी बढ़ाता है जिससें सर्दी-जुकाम और बुखार में आराम मिलता है।
घी और काली मिर्च के फायदे (Kali Mirch Aur Ghee Ke Fayde)
काली मिर्च और घी के मिश्रण से मस्तिष्क तेज होता है। असल में काली मिर्च और घी में मौजूद तत्व करक्यूमिन को जल्दी से सोखने में में मदद करता है। जिससे मस्तिष्क की तंत्रिकाएं मजबूत होती हैं और दिमाग की सोचने और याद करने की शक्ति मजबूत होती है।
डीएनए को सुरक्षित रखने में सहायक
मौजूदा समय में होने वाला प्रदूषण, दवाओं के ज्यादा इस्तेमाल और खानपान में गड़बड़ी की वजह से इंसान के डीएनए को नुकसान पहुंच रहा है। इस नुकसान से बचाने में घी और काली मिर्च का सेवन बहुत उपयोगी माना जाता है।
जोड़ों के दर्द में सहायक
काली मिर्च और घी के सेवन से डायबिटीज, लिवर, किडनी की समस्या, हार्ट अटैक, कैंसर और हड्डियों से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा मिलता है। इन्हें खाने से शरीर में सूजन, घुटने के दर्द और जोड़ों के दर्द में भी राहत मिलती है।
काली मिर्च के नुकसान / Kali Mirch ke Nuksan in Hindi
काली मिर्च से होने वाले फायदों के बारे में तो हम आपको बता ही चुके हैं कि ये सेहत के लिए कितनी ज्यादा लाभदायक होती हैं,लेकिन क्या आपको पता है कि यदि इसका सेवन ज्यादा मात्रा में कर लिए जाए तो इससे सेहत को कई सारे नुकसान भी झेलने पड़ सकते हैं।
- 1: काली मिर्च की तासीर गर्म होती है। इसके अधिक सेवन से पेट सबंधित परेशानी भी हो सकती है। काली मिर्च का अधिक इस्तेमाल से अपच की समस्या भी हो सकती है।
- 2: काली मिर्च पाउडर से सांस संबंधित समस्या हो सकती है। अधिक मात्रा के इस्तेमाल से सांस लेने में जलन, गले में खराश की समस्या हो सकती है।
- 3: काली मिर्च के अधिक सेवन से फेफड़े के मार्ग अवरुद्ध हो जाते है। इस कारण सांस लेना मुश्किल हो जाता है और मौत तक हो सकती है।
- 4: काली मिर्च बड़ों से अधिक बच्चों के लिए नुकसानदेह है। इसके लिए बच्चो को इसका सेवन नहीं करवाना चाहिए।
- 5: काली मिर्च का सेवन गर्भावस्था के दौरान नहीं करना चाहिए। गर्भावस्था में काली मिर्च के अधिक सेवन से गर्भपात की संभावना अधिक होती है। इसलिए काली मिर्च का अधिक सेवन करने से बचे।
- 6: स्तनपान करा रही महिलाओं को भी काली मिर्च का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए। इससे बच्चें के हेल्थ पर गलत असर पड़ता है।