एवोकाडो (Avocado) फल क्या हैं ?
एवोकैडो एक आम फल नहीं है और भारत में एवोकैडो की खेती बहुत कम होती है। इसलिए बाजार में ये फल बहुत आसानी से बाजार में नहीं मिलता है और अगर मिलता है तो काफी महंगा होता है। लेकिन ये फल स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है।
भारत में कहां और कैसे होती है खेती / अवोकेडो फार्मिंग इन इंडिया
एवोकैडो या बट्टर फ्रूट स्वास्थ्य के लिए काफी लाभकारी होते हैं और ये आजकल काफी प्रचलन में भी हैं। यह अत्यधिक पौष्टिक युक्त होने के साथ-साथ केले से भी अधिक पोटेशियम युक्त होते है। लैटिन और दक्षिण अमेरिका के पकवानों में, एवोकैडो बहुत से व्यंजनों में प्रयोग किए जाते हैं। हालांकि बीते कुछ सालों से भारत में भी इस फल का इस्तेमाल होने लगा है और लोग इस फल से तरह- तरह के व्यंजनों को बनाने लगे हैं और स्वादिष्ट शेक्स, पकवान और डेज़्ज़ेर्ट आदि में प्रयोग करते हैं।
बता दें कि भारत में एवोकैडो की पैदावार ज्यादा नहीं होती है, इसकी दक्षिण भारत के कुछ ही क्षेत्रों में व्यावसायिक रूप से पैदावार की जाती है। जिन क्षेत्रों में इस फल की खेती ज्यादा होती हैं। उनमें तमिलनाडु की पहाड़ी ढलानों, महाराष्ट्र में कूर्ग, केरल और कर्नाटक के सीमित क्षेत्र शामिल हैं। उत्तर भारत में केवल एक राज्य जो सफलतापूर्वक एवोकैडो की खेती कर रहा है वह पूर्वी हिमालय का राज्य सिक्किम है, जहां 800 से 1600 मीटर के बीच की ऊंचाई पर इसकी खेती करते हैं।
नमी : एवोकैडो को 50-60% नमी की जरूरत पड़ती है। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश के ऊपरी भाग, अधिकांश उत्तर पूर्वी राज्य और दक्षिण भारत के अधिकांश पूर्वी और पश्चिमी तट इसकी खेती के लिए उपयुक्त होते हैं।
वर्षा : एवोकैडो की पैदावार के लिए 100 सेमी प्रतिवर्ष से अधिक वर्षा की जरूरत होती है। राजस्थान, उत्तरी गुजरात और महाराष्ट्र और कर्नाटक के कुछ भागों को छोड़कर अन्य सभी क्षेत्र वांछित या उससे अधिक वर्षा वाले क्षेत्र हैं। जहां पर एवोकैडो की पैदावार की जा सकती है।
मिट्टी के प्रकार : भारत के अधिकतर क्षेत्रों में लाल मिट्टी पाई जाती है और लाल मिट्टी की पैदावार के लिए अच्छी नहीं होती। सामान्यत: लाल मिट्टी में पानी नहीं रुकता है और इसमें चिकनी मिट्टी की मात्रा कम होती है। तो वही इसकी खेती के लिए लेटराइट मिट्टी उपयुक्त होती है क्योंकि इसमें चिकनी मिट्टी की मात्रा अधिक होती है और इसमें पानी रोकने की क्षमता भी अधिक होती है। ऐसे में इसकी खेती के लिए तमिलनाडु, केरल, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल के कुछ भाग और पंजाब, हरियाणा के ऊपरी भाग तथा हिमाचल के निचले भाग उपयुक्त हैं।
एवोकाडो फल को हिंदी में क्या कहते हैं Avocado name in Hindi
एवोकैडो को एलीगेटर नाशपाती भी कहा जाता है। Alligator Pears के रूप में भी जाना जाता है, जो मुख्य रूप से मगरमच्छ के आकार और त्वचा की चमड़ी के जैसा होता है।
एवोकैडो के फायदे / Avocado Benefits in Hindi
1.दिल के लिए लाभकारी
हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने और हृदय रोग से संबंधित जोखिम से राहत पाने में एवोकैडो का सेवन काफी हद तक उपयोगी साबित हो सकता है। एवोकैडो में बढ़े हुए कोलेस्ट्रोल और ब्लड प्रेशर को कम करने का गुण मौजूद होता है, जो हृदय स्वास्थ के लिए सहायक है। वहीं, इसमें मोनोसैचुरेटेड फैटी एसिड के साथ ही फाइबर, पोटेशियम, मैग्नीशियम और विटामिन ई व के मौजूद होता है।
2- पाचन को सुधारे
एवोकैडो में अन्य जरूरी पोषक तत्वों के साथ ही भरपूर मात्रा में फाइबर मौजूद होता है। इसी फाइबर की मौजूदगी के कारण ही पाचन प्रक्रिया को सुधारने में भी सहायक साबित हो सकता है।
3-वजन कम करने में मददगार
बढ़े हुए वजन को कम करने का प्रयास करने वाले लोगों के लिए भी एवोकैडो के फायदे उपयोगी साबित हो सकते हैं। एवोकैडो से जुड़े एनसीबीआई के एक शोध से यह बात साफ होती है। शोध में जिक्र मिलता है कि एवोकैडो में कम कैलोरी होती है, जिससे इसका वजन को नियंत्रित करने के लिए किया जा सकता है।
4- आंखों की रोशनी बढ़ाए
आंखों के लिए भी एवोकैडो के लाभ देखे जा सकते हैं। दरअसल, एवोकैडो ल्यूटिन और जेक्सैथिन जैसे कैरोटीनॉयड से समृद्ध होता है, जो आंखों के स्वास्थ्य को बरकरार रखने का काम कर सकते हैं। वहीं, ल्यूटिन उम्र के साथ नजर संबंधी समस्या को कम करने का भी काम कर सकता है।
5- कैंसर के जोखिम को कम करे
कैंसर जैसी घातक बीमारी से बचने के लिए भी एवोकैडो का सेवन किया जा सकता है। चार अलग-अलग शोधों में इस बात को स्वीकार किया गया है। एक शोध के मुताबिक एवोकाडो में एवोकैटिन-बी नामक तत्व पाया जाता है। यह तत्व ल्यूकेमिया स्टेम कोशिकाओं से लड़ने का काम कर सकता है, जो कैंसर का कारण बन सकती हैं ।
6- मुख और दांत के लिए लाभकारी
एवोकैडो में पोटेशियम होता है जो दांतों की सड़न को रोक सकता है। इसके अलावा इसमें मौजूद मैग्नीशियम मसूड़े की सूजन और पेरिओडोंटाइटिस (मसूड़ों से जुड़ा संक्रमण) से होने वाली सूजन को कम करने में मदद कर सकता है। एवोकैडो में कम कार्बोहाइड्रेट के साथ ओमेगा-3 फैटी एसिड (लिनोलेनिक एसिड) भी मौजूद होता है।
7- हड्डियों को बनाए मजबूत
हड्डियों के लिए भी एवोकैडो खाने के फायदे उपयोगी हैं। कच्चे एवोकैडो में बोरॉन नामक मिनरल पाया जाता है, जो कैल्शियम के अवशोषण को बढ़ाकर हड्डियों को लाभ पहुंचा सकता है। यह खास फल विटामिन-के से भी समृद्ध होता है, जो हड्डी के स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
8- लिवर स्वास्थ्य के लिए सहायक
लिवर स्वास्थ्य को बनाए रखने में भी एवोकैडो फल उपयोगी साबित हो सकता है। शोध में माना गया है कि एवोकैडो नॉन एल्कोहलिक फैटी लिवर की समस्या के जोखिमों को दूर करने में सहायक हो सकता है। इन जोखिम कारकों को नियंत्रित कर यह फल फैटी लिवर की समस्या से राहत दिलाने में मदद कर सकता है।
9-तनाव से लड़ने में मदद मिलती है
एवोकैडो फाइबर, स्वस्थ ओमेगा -3 फैटी एसिड, विटामिन ए, सी, ई और पोटेशियम के साथ भरा एक पोषक फल हैं। हम यह भी जानते हैं कि एवोकैडो में विटामिन बी की प्रचुरता के कारण, यह तनाव से लड़ने में मदद करने के लिए सबसे अच्छा भोजन है। यह फल दक्षिण मध्य मेक्सिको में ज्यादा पाया जाता है।