गुर्दे में ज्यादा नमक और मिनरल्स जमा होने की वजह से पथरी जैसी बीमारी हो जाती है, पथरी का दर्द बहुत ही असहनीय होता है। इसका इलाज तुरंत करना पड़ता है। पेशाब में कैल्शियम, ऑक्सालेट और यूरिक एसिड जैसे पदार्थ होने के कारण क्रिस्टल बन जाते हैं जिससे इनका घुलना मुश्किल हो जाता है और पथरी बन जाती है।
पथरी दर्द के कुछ आम कारण
मूत्र मार्ग में संक्रमण
जेनेटिक कारण
अत्यधिक डिहाइड्रेशन
कुछ फल, सब्जियां और नट्स
अत्यधिक वज़नी होना
कुछ चिकित्सीय कारण जैसे कि वृक्क ट्यूबलर एसिडोसिस, सिस्टिनुरिया, और हाइपरपेरायरायडिज्म
टोपिरामेट जैसी कुछ दवाइयां
पथरी के दर्द के लक्षण
पथरी के निश्चित ऐसे कोई लक्षण नही होते हैं जिससे इसकी मौजूदगी का पता लगाया जा सके। लेकिन कुछ लक्षणों पर नज़र डालते हैं जो इसकी संभावना के बारे में बता सकते हैं।
पसलियों के नीचे और पीठ में दर्द
नीचे की तरफ होने वाला तेज़ दर्द जो पेट के निचले हिस्से तक फैलता है
पेशाब के दौरान जलन
गुलाबी, लाल या भूरा मूत्र
चक्कर और उल्टियां
पेशाब में परेशानी
पेशाब में बदबू
अधिक बार पेशाब जाना
ठण्ड और बुखार (संक्रमण के मामले में)
पथरी के दर्द से निजात पाने के तुरंत उपाय
सौंफ और मिश्री का पानी
रात को 2 गिलास पानी में 2 बड़े चम्मच सौंफ, सूखा धनिया और मिश्री को डालकर भिगों दें। सुबह इसे छानकर खाली पेट पीएं।
नींबू का सेवन
पथरी में ज्यादा से ज्यादा नींबू का सेवन करें। इसमें सीट्रिक एसिड पाया जाता है, जो शरीर में कैल्शियम की मात्रा को बढ़ने से रोकता है।
केले खाएं
पथरी के दर्द से राहत पाने के लिए रोज केले खाएं। केले में पाए जाने वाले विटामिन्स पथरी को बढ़ने से रोकते हैं।
अजवाइन का पानी
पानी में अजवाइन डालकर उबाल लें और फिर इसे छानकर पीएं। इससे से पथरी के दर्द से छुटकारा मिलेगा।
पत्थरचट्ट का पौधा
पत्थर चट्ट पौधे को पत्थरचट्टा,पाषाणभेद,पणफुट्टी, भष्मपथरी कहते हैं। इसका वैज्ञानिक नाम Bryophyllum pinnatum है,ये खट्टा और नमकीन होता है।
दो तिन पत्तों को अच्छी तरह से पानी में धो लें और सुबह खाली पेट हल्के गर्म पानी में चबाकर खाएं। इसका सेवन करने के बाद एक घंटे तक कुछ खाना या पीना नहीं है। एक सप्ताह के अंदर आपकी पथरी कम होकर शरीर से बाहर निकल सकती हे ।
प्याज का रस
प्याज किडनी स्टोन के लिए रामवाण है। पके प्याज का जूस कुछ इस तरह से पीएं। 2 मध्यम आकार के प्याज छीन लें। एक ग्लास पानी डालें और दोनों प्याज को मध्यम आंच पर पका लें। जब अच्छी तरह से वे पक जाएं उन्हें ठंडा कर दें और फिर उसे ब्लेंडर में अच्छी तरह से ब्लेंड कर लें। बाद में प्याज का गुद्दा और रस छानकर अलग कर लें। 3 दिनों तक लगातार इस रस का सेवन करें। ये घरेलू उपाय रामबाण का काम करता है और दूसरे दिन से ही पथरी बाहर निकलनी शुरू हो जाती है।
अंगूर का सेवन
किडनी स्टोन को दूर करने के लिेए अंगूर अच्छा है। क्योंकि इनमें पोटेशियम, नमक और पानी भरपूर मात्रा तथा अलबूमीन और सोडियम क्लोराइड बहुत ही कम मात्रा में होते हैं,जिनकी वजह से इन्हें गुर्दे की पथरी के उपचार के लिए बहुत ही अच्छा है।
आंवला
मूली के साथ आंवले का चूर्ण खाने से गुर्दे की पथरी निकल जाती है। इसमें अलबूमीन और सोडियम क्लोराइड बहुत कम मात्रा में होता है, जिनकी वजह से गुर्दे की पथरी के उपचार के लिए अच्छा है
तुलसी के पत्ते
तुलसी के पत्तों में विटामिन बी पाया जाता है,जो पथरी से छुटकारा दिलाता है। अगर विटामिन बी -6 को विटामिन बी ग्रुप के अन्य विटामिन्स के साथ सेवन किया जाए तो किडनी स्टोन ठीक होता है।
काली मिर्च
काली मिर्च भी गुर्दे की पथरी से छुटकारा दिलाती है,काली मिर्च का सेवन बेल पत्तर के साथ करने से दो हफ्ते में पेशाव के रास्ते से पथरी बाहर निकल जाती है।
जीरा
जीरा और चीनी को समान मात्रा में लेकर पीस लीजिए ,इस चूरन को एक चम्मच ठंडे पानी के साथ रोज दिन में तीन बार लीजिए।
पानी
पानी आपके मूत्र में यौगिकों का क्रिस्टलीकरण रोक देता है जिसके कारण गुर्दे में पथरी का निर्माण नहीं होता है। पथरी को साफ़ करनें का सबसे असरदार तरीका पानी ही होता है। अपने गुर्दे में मौजूद पथरी को बाहर निकालने के लिए नियमित पानी पीयें। प्रतिदिन 10-12 बार पानी पीयें। ध्यान रहे कि आप कम से कम 7-9 गिलास पानी पीयें।
टमाटर का रस
टमाटर में प्रचुर मात्रा में लाईकोपीन पाया जाता है जो गुर्दे की पथरी को कम करने में उपयोगी होता है। इसके अलावा इसके एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों के कारण ये सूजन और दर्द में भी राहत मिलती है। रोज़ टमाटर के रस के एक गिलास में एक चुटकी मिर्च डालकर पीयें, इसे प्रतिदिन 1 बार लें।
बेकिंग सोडा
खारा होने के कारण बेकिंग सोडा आपके मूत्र को भी खारा बना देता है। इसके कारण आपके गुर्दे की पथरी जल्दी घुलने लगती है। ये गुर्दे का पीएच भी सामान्य कर देता है जिससे यह पुनः संतुलित कार्य करने लगता है। बेकिंग सोडा को पानी के गिलास में डाल लें। इसे अच्छे से मिलाकर तुरंत पी लें।
इसका दिन में 2-3 बार सेवन करें।
लहसून
लहसुन एक ऐसा एंटी-ओक्सीडैन्ट है जो शरीर को फ्री रेडिकल से शरीर को होनी वाली क्षति को बचाता है। इसके अतिरक्त यह मूत्र के माध्यम से शरीर से विषैले पदार्थ निकाल देता है। लहसून को पानी और शहद के साथ पीस लें।
इसको नियमित रूप से दिन में 1-2 लें।
इसके अलावा, गर्म सिकाई भी बहुत लाभदायक होती है। सेंधा नमक का सेवन भी लाभ देता है। ग्रीन टी, सेव का सिरका, मालिश, विटामिन्स और मिनरल्स बहुत जरूरी हैं। पालक, योगर्ट, चीज़, दूध और बादाम आदि का सेवन करने से आपको फायदा हो सकता है।