आजकल की युवा पीढ़ी सब्जियों- फलों को खाना नहीं पसंद करती। अधिकतर युवां फास्ट फूड, पैकेट फूड खाना ही पसंद करते हैं । ऐसे में आज हम आपके लिए लेकर आए है लौकी, जिसके अनगिनत औषधीय फायदे है। जी हां, आपने लोकी की सब्जी तो जरूर खाई होगी, लेकिन इसके जूस और हलवे के बार में चंद ही लोगों ने सुना होगा। लौकी को आयुर्वेद में उपचार के रुप में भी इस्तेमाल किया जाता है। लौकी एक हल्के हरे रंग की होती है इसकी ऊपरी त्वचा चिकनी होती है और अंदर से सफेद होती है। आमतौर पर पतले लंबे फलों को बॉटल गोर्ड और गोल फलों को कैलाश लौकी कहा जाता है।
लौकी खाने के फायदे और उपयोग
लौकी खाने के अनगिनत फायदे है। लोकी पेट की बीमारी यानि एसिडिटी या अपच जैसी समस्याएं दूर करने में सहायक है। अगर आपको सिरदर्द की समस्या हैं तो आप इसके लिए कड़वी लौकी का इस्तेमाल कर सकते है। इसके लिए आप कड़वी लौकी के बीज के तेल को मस्तक पर लगाए, इससे चंद मिनटों में सिर दर्द कम हो जाएगा। बाल झड़ने और गंजेपन की समस्या दूर करने में लौकी बहुत ही फायदेमंद साबित होती है।
लौकी का उपयोग आप सबसे पहले लौकी के पत्ते ले और उसका रस निकाले। इस रस को लगाने से सिर पर कुछ ही दिनों में बाल आ जाएंगे। सर्दी-खांसी हो तो लौकी ( कटुतुम्बी फल मज्जा) से बने चूर्ण को नाक से लेने से सर में जो कफ बैठ जाता है वह निकल जाता है। रतौंधी के इलाज में भी लौकी काफी राहत देती है। इसके उपचार में आप लौकी के फल के भस्म में शहद मिलाकर अंजन करने से रतौंधी में लाभ होता है। लौकी का सेवन करने से दिल की बीमारी के खतरे को कुछ हद तक कम किया जाता है।
लौकी का सेवन से बवासीर की बीमारी से जल्दी आराम मिलता है। इसके लिए आप मीठी लौकी बीज तथा नमक को काञ्जी से पीसकर, बत्ती बनाकर, एक-एक कर तीन वर्त्ति गुदा में रखे तथा भोजन में दही खाने से बवासीर से निजात पा सकत हैं।अगर आपको पाचन क्रिया से जुड़ी कोई समस्या है तो लौकी का जूस आपके लिए बेहतरीन उपाय है। लौकी का जूस काफी हल्का होता है और इसमें कई ऐसे तत्व होते हैं जो कब्ज और गैस की समस्या में राहत देने का काम करते हैं। डाइबिटीज के मरीजों के लिए लौकी का सेवन एक प्रभावकारी उपाय है। डाइबिटीज में खाली पेट लौकी का सेवन करना बेहतर होगा।
लौकी में कौन सा विटामिन होता है?
लौकी में कई तरह के प्रोटीन, विटामिन और लवण पाए जाते हैं। इसमें विटामिन A, विटामिन C, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम पोटेशियम और जिंक पाया जाता है। ये पोषक तत्व शरीर की कई आवश्यकताओं की पूर्ति करते हैं और शरीर को बीमारियों से सुरक्षित भी रखते हैं। यह सारे गुण शरीर में होने वाली इसकी कमी को पूरा करने में मदद करते है। लौकी में कई ऐसे गुण होते हैं जो कुछ गंभीर बीमारियों में औषधि की तरह काम करते हैं।
लौकी का हलवा खाने के फायदे
लौकी का हलवा स्वाद में बेहद ही लाजवाब होता है और अधिकतर लोग इसे पसंद करते है। लौकी में आवश्यक पौष्टिक तत्व जैसे राइबोफ्लेविन, जिंक, आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन C, विटामिन B, और एंटीऑक्सीडेंट्स आदि पाए जाते है, जो शरीर को हृष्ट-पुष्ट रखते है। लौकी का हलवा वैसे तो फायदेमंद होता है लेकिन जब इसमें चीनी मिल जाती हैं तो आपके शरीर पर असर देता है। डाइबिटीज से पीड़ित लोग लोकी हलवे से परहेज करे।
कच्चा लौकी खाने के फायदे
लौकी ऐसी सब्जी है जो सभी के घर में आसानी से मिल जाएगी। कई जगहों पर लौकी को घीया के नाम से भी जाना जाता है। लौकी की सब्जी, सूप और जूस वजन घटाने में मददगार होता है। लौकी में विटामिन बी, फाइबर और भरपूर मात्रा में पानी होता है। कच्चा लौकी खाने से शरीर का मेटाबॉलिक रेट बढ़ता है, जिससे पाचन तंत्र भी मजबूत होता है। खास बात ये है कि लौकी आपकी भूख को कंट्रोल करने में भी मदद करती है, जिससे आपका वजन कंट्रोल में रहता है। लौकी खाने से कब्ज और पेट की समस्याएं भी नहीं होती हैं। माना गया है कि यदि आप रोजाना इसका सेवन करते हैं तो आप काफी लाभ महसूस करेंगे। लौकी का जूस यूरिएक एसिड को कम करता है। साथ ही ये स्किन के लिए भी काफी फायदेमंद होता है।
यूरिक एसिड में लौकी का जूस
लौकी का जूस यूरिक एसिड के मरीज़ों के लिए रामबाण इलाज है। आज कल अधिकतर लोक यूरिक एसिड की समस्या से परेशान है। ऐसा कहा जाता है कि यह समस्या हर किसी को आम हो गई है क्योंकि हर दूसरा शख्स इस समयस्या से गुजर रहा है। इसे कंट्रोल में रखने के लिए सबसे जरूरी है आपके खान-पान और लाइफस्टाइल में सुधार। यूरिक एसिड का लैवल बढ़ने से जोड़ों में दर्द, सूजन और बैठने-उठने में परेशानी होती है। लेकिन अगर आप लौकी के जूस का सेवन करते हैं तो इससे आप इसे कंट्रोल में कर सकते है।
लौकी का जूस कब पीना चाहिए
लौकी का जूस सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसका पीने का भी एक सही समय है, क्योंकि अगर आप इसे सही समय पर लेंगे तो इस फायदा भी आपके शरीर को सही मिलेगा। लौकी का जूस पीने का सबसे सही समय सुबह का होता है। लौकी का जूस हमेशा सुबह खाली पेट ही पीना चाहिए। । अधिक मात्रा में लौकी का जूस पीना आपकी सेहत को बिगाड़ सकता है। एक दिन में एक गिलास से अधिक लौकी का जूस नहीं पीना चाहिए। इसका असर पाचन तंत्र पर पड़ सकता है।
लौकी का जूस साइड इफेक्ट्स
अगर आप एक दिन में लौकी के जूस का अधिक सेवन करते है को इसका असर आपके पाचन तंत्र पर पड़ता है। जो लूज मौशन और उल्टी जैसी परेशानी दे सकता है। लौकी के जूस का सेवन करते समय इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि जूस बिल्कुल कड़वा न हो। इसका कड़वापन पेट में गैस जैसी परेशानी पैदा कर सकता है। अगर आप इसे खाली पेट और सुबह के समय नहीं लेते या एक गिलास से अधिक लेंगे तो शरीर को नुक्सान पहुंचेगा। इसके अलावा, कच्चे लौकी के जूस को पीने से पेट की समस्याएं कम होने की बजाय बढ़ सकती हैं।
लौकी की तासीर
लौकी की तासीर ठंडी होती है और इसमें पानी की काफी मात्रा होती है। अगर आप इसका सेवन गर्मियों में करते हैं तो ये बेहद फायदेमंद होती है। लौकी में आयरन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। ऐसे में जिन लोगों में खून की कमी हैं तो इसका सेवन करके वह अपने शरीर का हीमोग्लोबिन मेंटेन कर सकते है। इसका सेवन सब्जी, सलाद, रायते, सूप या जूस के रूप में भी किया जा सकता है।
लौकी खाने के फायदे और नुकसान
लौकी के अनगिनत फायदे है। सबसे अहम फायदा लौकी खाने से वजन कम होता है। जी हां, आपको शायद इस बात पर विश्वास न हो लेकिन यह सच है कि किसी भी दूसरी चीज की तुलना में लौकी ज्यादा तेजी से वजन कम करती है। शूगर के रोगियों के लिए लौकी किसी वरदान से कम नहीं है। प्रतिदिन सुबह उठकर खाली पेट लौकी का जूस पीना शूगर के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
अर्थराइटिस, मधुमेह की समस्या को दूर करती है लौकी
अर्थराइटिस की समस्या को दूर करती है लौकी, मधुमेह को नियंत्रण करने में सहायक है लौकी, किडनी स्टोन को निकालने में मददगार है, बवासीर राहत दिलाती है लौकी, यूरिक एसिड को कंट्रोल करता है। अगर आप कड़वी लौकी का सेवन करते हैं तो यह आपको नुक्सान देगा। कहा जाता है कि लौकी में उपस्थित टेट्रासाईक्लिक ट्राईटर्पीनॉयड कुकुरबिटासिन लौकी में कड़वाहट लाता है। यह जानवरों में विषाक्तता को रोकता है। बहुत ज्यादा मात्रा में सेवन करने से मनुष्यों में भी विषाक्त लक्षण मिलते हैं, अत: कड़वी लौकी का कुछ मात्रा में ही सेवन करना चाहिए।
लौकी का जूस कितने दिन पीना चाहिए?
लौकी का जूस शरीर के लिए बहुत फायदेमंद है। सूत्रों की रिपोर्ट्स के अनुसार 90 दिनों तक खाली पेट लौकी का जूस पीना चाहिए। इसके सेवन से आप अपने कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम कर सकते हैं। लौकी में हाई घुलनशील डायट्री फाइबर होता है, जो आपके ब्लड प्रेशर को सामान्य रखने में मदद करता है। लौकी का जूस पीने का सबसे सही समय सुबह का होता है। लौकी का जूस हमेशा सुबह खाली पेट ही पीना चाहिए। । अधिक मात्रा में लौकी का जूस पीना आपकी सेहत को बिगाड़ सकता है। एक दिन में एक गिलास से अधिक लौकी का जूस नहीं पीना चाहिए।
calabash खाने के फायदे
सब्जी के रुप में खाए जाने वाली लौकी हमारे शरीर के कई रोगों को दूर करने में सहायक होती है। इसे अंग्रेजी भाषा में calabash भी कहा जाता है। इसका रोजाना सेवन करने से खतरनाक बीमारी कैंसर से राहत पा सकते है। इसमें पानी की मात्रा काफी होती है और गर्मियों में आपको काफी राहत देता है। इसका गुद्दा अगर आप चेहरे पर लगाते है तो इसका नेचुरल ग्लो यानी प्राकृतिक निखार मिलता है।लौकी के छोटे-छोटे टुकड़े की मदद से आप अपने चेहरे पर इससे मसाज कर सकते हैं या फिर इसके जूस का सेवन भी कर सकते हैं। इन सबसे आपको मदद मिल सकती है। बाकी चीजों की तुलना में तेजी से वजन घटाने के लिए जानी जाती है। इसका जूस या फिर इसे उबालकर इसमें नमक डालकर इसका सेवन किया जा सकता है।