जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे पर शुक्रवार 8 जुलाई को एक कार्यक्रम में भाषण के दौरान गोली चलाई गई जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए वहीं इस दौरान उन्हें हार्ट अटैक भी आ गया जिसके चलते हालत और गंभीर बन गई। हमले के बाद आबे को विमान से एक अस्पताल ले जाया गया लेकिन उस समय उनकी सांस नहीं चल रही थी और हृदय गति रुक गयी थी। बता दें कि हमला उस समय हुआ जब आबे भाषण दे रहे थे, इस दौरान लोगों ने गोलियों की आवाज सुनी। गोली लगने के बाद वह जमीन पर गिर पड़े और उन्होंने अपने सीने पर हाथ रखा हुआ था, उनकी कमीज पर खून लगा हुआ था।
दुनिया के सबसे सुरक्षित देशों में से एक है जापान
बता दें कि दुनिया के सबसे सुरक्षित देशों में से एक माने जाने वाले जापान में यह हमला हैरान करने वाला है। जापान में बंदूक नियंत्रण के सख्त कानून लागू हैं। आईए जानते हैं जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की पर्सनल लाइफ के बारे में....
कौन हैं शिंजो आबे?
शिंजो आबे का जन्म 21 सितंबर, 1964 को जापान की राजधानी टोक्यो में हुआ था। आबे ने सेकेई स्कूल से अपनी पढ़ाई की और बाद में 1977 में सेकेई यूनिवर्सिटी से पॉलिटिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया। इसके बाद वो आगे की पढ़ा के लिए अमेरिका चले ग। अमेरिका से लौटने के बाद आबे ने एक कंपनी में काम शुरू किया, लेकिन बाद में नौकरी छोड़कर राजनीति में आ गए।
शिंजो आबे का परिवार
शिंजो आबे वह एक राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखते है। शिंजो आबे की शादी वर्ष 1987 में अकी मात्सुजाकी उर्फ ’अक्की’ आबे से हुई थी हालांकि दंपती के कोई बच्चे नहीं हैं। 67 साल के शिंजो आबे लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी(एलडीपी) पार्टी से जुड़े हैं। शिंजो आबे के दादा नोबुसुके किशी (Nobusuke Kishi) भी जापान के प्रधानमंत्री रह चुके हैं। नोबुसुके किशी साल 1957-60 तक जापान के प्रधानमंत्री रहे थे। वहीं शिंजो आबे के पिता शिंटारो आबे (Shintaro Abe) साल 1982-86 तक जापान के विदेश मंत्री रहे थे। जिसके बाद शिंजो आबे साल 2006 में पहली बार जापान के प्रधानमंत्री बने। इसके बाद साल 2012 में शिंजो आबे फिर से जापान के प्रधानमंत्री बने. फिर वो साल 2020 तक लगातार जापान के प्रधानमंत्री रहे।
शिंजो आबे के पास है लंबे समय तक PM बनने का रिकाॅर्ड
67 साल के शिंजो आबे जापान के सबसे लंबे समय तक PM भी रहे। 2006-07 और 2012 से 2020 तक, दो टर्म में करीब 9 साल तक जापान के प्रधानमंत्री रहे। इससे पहले सबसे ज्यादा वक्त तक पीएम रहने का रिकॉर्ड उनके चाचा इसाकु सैतो के नाम था।
पुरानी बीमारी के चलते पीएम पद से दे दिया था इस्तीफा
आबे ने 2020 में यह कहते हुए प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था कि उनकी एक पुरानी बीमारी फिर से हो गई थी। उन्होंने उस समय पत्रकारों से कहा था कि अपने कई लक्ष्यों को अधूरा छोड़ना उनके लिए ‘परेशान करने वाली बात' है। उन्होंने वर्षों पहले उत्तर कोरिया द्वारा अगवा किए गए जापानी नागरिकों के मुद्दे, रूस के साथ क्षेत्रीय विवाद और जापान के युद्ध त्यागने वाले संविधान के संशोधन के मुद्दों को हल करने में अपनी नाकामी की बात की थी।
शिंजो आबे का भारत से रहा है खास नाता
शिंजो आबे भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बहुत अच्छे मित्र हैं। शिंजो आबे जब गुजरात और वाराणसी की यात्रा पर आए थे तो उन्होंने मोदी के साथ गंगा घाट पर आरती भी की थी। वहीं अपने 8 साल के कार्य़काल में शिंजो 4 बार भारत आ चुके है। शिंजो आबे जापान के ऐसे इकलौते प्रधानमंत्री रहे हैं, जिन्होंने सबसे ज्यादा बार अपने कार्यकाल के दौरान भारत का दौरा किया। पहली बार शिंजो आबे अपने पहले कार्यकाल (2006-07) के दौरान भारत आए. अपने दूसरे कार्यकाल (2012-2020) के दौरान शिंजो आबे ने तीन बार भारत का दौरा किया. वो जनवरी 2014, दिसंबर 2015 और सितंबर 2017 में भारत के दौरे पर आए।
भारत ने शिंजो आबे को दिया था पद्मभूषण नागरिक सम्मान
भारत सरकार ने 25 जनवरी, 2021 को शिंजो आबे को पद्म विभूषण से नवाजा था। उन्हें यह सम्मान जनसेवा के क्षेत्र में दिया गया था। जापानी रक्षा मंत्री होसोई नोरोता का साल 2001 में मिले सम्मान के बाद आबे दूसरे जापानी राजनेता थे जिन्हें यह सम्मान दिया गया।