Hindi News National दिन में गृहस्थ जीवन संभालती और रात में चुपके से करती पढ़ाई, बेटे ने साझा की मां की प्रेरणादायक कहानी  
  • दिन में गृहस्थ जीवन संभालती और रात में चुपके से करती पढ़ाई, बेटे ने साझा की मां की प्रेरणादायक कहानी  

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    • 24 Jun,2022 06:53 PM
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  • 'कहते हैं पढ़ने-लिखने की कोई उम्र और सीमा नही होती' जी हां, यह कहावत महाराष्ट्र की रहने वाली 53 साल की कल्पना अच्युत ने बिल्कुल सच साबित कर दिखाया है। कल्पना अच्युत ने एक बार फिर से महिलाओं के लिए ऐसी मिसाल पेश की है  कि गृहस्थ जीवन में रह कर भी कामयाबी की उंचाईओं को छुआ जा सकता है।

    गृहस्थ जीवन में रह कर भी एक मां ने साकार किया अपना सपना
     दरअसल, कल्पना ने हाल ही में महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की तरफ से आयोजित कक्षा 10 की परीक्षा अच्छे नंबरों से पास कर ली है। बता दें कि बोर्ड ने परीक्षा के परिणाम 17 जून, 2022 को जारी किए थे। कल्पना एक गृहिणी और मां है इसके बावजूद वब अपने लक्ष्य से पीछे नहीं हटीं और अपना सपना पूरा किया। आईए जानते हैं उनके इस सफर के बारे में-

    एक मां की प्रेरणादायक कहानी
    इस  प्रेरणादायक कहानी को कल्पना के बेटे प्रसाद जंभाले ने सोशल मीडिया लिंक्डइन पर शेयर किया है। प्रसाद पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं और वह आयरलैंड में रहते हैं। उन्होंने बताया कि 37 वर्षों बाद मां ने फिर से स्कूल में दाखिला लिया और पढ़ना शुरू किया जिसके बाद उन्होंने कक्षा 10 में परिक्षा देने के बारे में सोचा। प्रसाद के मुताबिक, उनकी मां ने स्कूल में 2021 में दाखिला लिया था, वह दिन में गृहस्थ जीवन संभालती और रात में चुपके से पढ़ाई करती ताकी वह अपने सपने को साकार कर सकें। 

     पति से छुप कर करती थीं पढ़ाई
    बेटे प्रसाद ने बताया कि जब वे अपने घर फोन करते हैं तो उन्हें यह बताया जाता था कि उनकी मां घर से बाहर टहलने के लिए निकली हैं।

    कक्षा की मेधावी छात्रा रहीं कल्पना
    प्रसाद ने बताया कि जब शादी करने के लिए मैं भारत वापस आया तो उन्होंने मुझे अपनी नोटबुक दिखाई और मैं यह देखकर चकित रह गया कि वह बीज गणित और अंग्रेजी में कितनी अच्छी हैं।  उन्होंने कहा कि इतने वर्षों बाद भी वह शिक्षा ग्रहण करने में सक्षम थीं। इतना ही नहीं, वह अपनी कक्षा की सबसे होनहार छात्र भी रही हैं।

    शानदार अंकों से पास की 10वीं कक्षा
    प्रसाद ने आगे बताया कि जब शादी के लिए फरवरी में भारत आए तो उन्ही दिनों में मां बोर्ड की तैयारी कर रही थी। इसके बावजूद मां ने बखूबी ढंग से शादी और अपने एग्जाम को मैनेजे किया। उन्होंने लिखा कि उनकी मां  कल्पना ने 79.60 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। प्रसाद ने उनका रिपोर्ट कार्ड भी शेयर किया है। कल्पना की यह प्रेरणादायक कहानी आज सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है और लोग जमकर सराहना कर रहे हैं।
     

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