Hindi News National Sawan 2022: आज हैं सावन का दूसरा सोमवार, इस विधि से करेंगे पूजा तो भोलेनाथ जल्द होंगे प्रसन्न
  • Sawan 2022: आज हैं सावन का दूसरा सोमवार, इस विधि से करेंगे पूजा तो भोलेनाथ जल्द होंगे प्रसन्न

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    • 25 Jul,2022 01:15 PM
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  • आज सावन महीने का दूसरा सोमवार हैं। शिव भक्त भोले बाबा को प्रसन्न करने के लिए मंदिरों की लंबी कतारों में लगे हुए है। भक्त भगवान शिव को भोलेनाथ कहकर पुकारते हैं क्योंकि भोलेनाथ ऐसे देव हैं जिन्हें प्रसन्न करना बहुत ही आसान है।

    इस शब्द का अर्थ है- भोले यानी बच्चे जैसी मासूमियत, नाथ मतलब भगवान, मालिक  हैं। वैसे तो भगवान शिव के बहुत नाम हैं लेकिन भोलेनाथ कहे जाने के पीछे भी एक शास्त्रों में कथा आती हैं।  एक असुर था, जिसका नाम भस्मासुर था जो हजारों सालों से भगवान शिव की तपस्या कर रहा था कि भगवान शिव प्रकट होकर उसकी हर मनोकामना पूर्ण करेंगे।
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    दिन-रात भगवान की उपासना में असुर लीन रहता था। भगवान शिव भी अच्छे से जानते थे कि वह एक राक्षस है और उसे वरदान दिया तो सब तबाह हो जाएगा। लेकिन भगवान बहुत बोले हैं उनकी उपासना करने से वरदान मांगने वाले कभी भी खाली हाथ नहीं लौटते  फिर भी वह प्रकट हुए और भस्समासुर से वरदान मांगने के लिए कहा।

    भस्मासुर  का भगवान शिव से वरदान
    भस्मासुर ने भगवान शिव से वरदान मांगा कि वह जो कुछ भी छुए, तुरंत भस्म हो जाए। शिव ने तुरंत उसे यह वरदान दे दिया। अब भस्मासुर देखना चाहता था कि उसे यह वरदान मिला हैं या नहीं तो उसने मन ही मन में चालाकी सोची , जिसमें वह भगवान शिव को ही भस्म करना चाहता था। और सोचता था कि भगवान शिव अगर भस्म हो गए तो  उससे ज्यादा श्रेष्ठ कोई नहीं रह जाएगा।

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    भगवान विष्णु ने धारण किया मोहिनी का रूप
    इस सबको देखते हुए भगवान विष्णु ने एक चाल चली और मोहिनी का रूप धारण किया। भगवान विष्णु मोहिनी के रूप में असुर को मोहित करने के लिए नृत्य करने लगे और भस्मासुर का हाथ चालाकी से उसके सिर पर ही रखवा दिया। इस तरह से भस्मासुर नाम के राक्षस से मुक्ति मिली। इसीलिए तो भगवान शिव को भोलेनाथ कहा जाता है और इनसे वरदान पाना सबसे आसान है।

    इस विधि से करें पूजा अर्चना..
    1) सुबह जल्दी उठकर स्नान क साफ वस्त्र धारण करें।
    2) शिवलिंग में गंगा जल और दूध चढ़ाएं। 
    3) भगवान शिव को अगर आप चावल के मात्र 4 दाने भी भाव से अर्पित करें तो वे प्रसन्न होकर वरदान देते हैं।
    4) अगर आप श्रद्धाा भाव भगवान शिव को 1 बिल्वपत्र भी चढ़ाते हैं तो आप मनवांछित वरदान पा सकता है।
    5 ) एक धतूरा, एक आंकड़ा, एक बेर, एक संतरा  दूध, दही, शकर, घी, शहद और गन्न का रस भी श्रद्धानुसार अर्पित कर भोले बाबा को खुश करें।

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    इस मंत्र के जाप से भगवान शिव प्रसन्न होकर आपकी समस्त मनोकामनाएं पूर्ण करेंगे।  नागेंद्रहाराय त्रिलोचनाय भस्मांग रागाय महेश्वराय।

    नित्याय शुद्धाय दिगंबराय तस्मे न काराय नमः शिवाय।।वै से अगर आप पूरा दिन ॐ नम: शिवाय (Om Namah Shivaay) का जाप भी करेंगे तब भी भगवान शिव आपको खाली हाछ नहीं लौटने देंगे।

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