Hindi News National कौन है टीचर से गवर्नर और अब राष्‍ट्रपति पद की उम्‍मीदवार बनीं आदिवासी महिला ''द्रौपदी मुर्मू''?
  • कौन है टीचर से गवर्नर और अब राष्‍ट्रपति पद की उम्‍मीदवार बनीं आदिवासी महिला ''द्रौपदी मुर्मू''?

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    • 22 Jun,2022 06:19 PM
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  • बीजेपी ने अपने राष्‍ट्रपति पद के उम्‍मीदवार के लिए द्रौपदी मुर्मू का नाम का ऐलान किया है। एक आदिवासी महिला को राष्‍ट्रपति पद के उम्‍मीदवार पर चुनना अपने आप में एक ऐताहिसक फैसला है। बता दें कि अगर द्रौपदी मुर्मू राष्‍ट्रपति चुनाव जीत जातीं है तो वह देश की पहली आदिवासी महिला राष्‍ट्रपति होंगी। आईए जानते हैं कौन है द्रौपदी मुर्मू और उनके राजनीति सफर के बारे में?

    द्रौपदी मुर्मू का जन्‍म
     द्रौपदी मुर्मू का जन्‍म 20 जून 1958 को ओडिशा के मयूरगंज जिले के बैदपोसी गांव में हुआ। उनके पिता का नाम बिरांची नारायण टुडु है और वे आदिवासी जातीय समूह से संबंध रखती हैं।

     शिक्षा
    द्रौपदी के जीवन में कई ऐसे हादसे हुए जिनसे उभर पाना बेहद मुशिकल था लेकिन इसके बावजूद वह इस मुकाम तक पहुंची। द्रौपदी का बचपन बेहद गरीबी में बीता, उन्‍होंने  भुवनेश्वर के रमा देवी वुमन्स कॉलेज से बीए तक शिक्षा हासिल की है।  

    वैवाहिक जीवन
    द्रौपदी मुर्मू का विवाह श्याम चरण मुर्मू से हुआ था और दंपती के तीन संतान हैं- दो बेटे और एक बेटी। मुर्मू का जीवन बेहद संघर्षों से भरा रहा। दरअसल,  उन्होंने अपने पति और दोनो बेटों को खो दिया है और उनकी बेटी इतिश्री का विवाह गणेश हेम्ब्रम से हुआ है।

    राजनीति करियर की शुरूआत 
    64 साल की द्रौपदी ने अपने राजनीति करियर की शुरूआत टीचर से की उन्होंने  1994 से 1997 तक रायरंगपुर के श्री अरबिंदो इंटीगरल एजुकेशन सेंटर में ऑनरेरी असिस्‍टेंट टीचर के तौर पर सेवाएं दीं। इसके बाद 1979 से 1983 तक सिंचाई और बिजली विभाग में जूनियर असिस्‍टेंट के तौर पर काम किया।  

    -साल  2000 और 2004 में द्रौपदी मुर्म बीजेपी के टिकट पर रायरंगपुर  सीट से विधायक चुनी गई थीं।

    -फिर साल 2007 में द्रौपदी को ओडिशा विधानसभा के बेस्‍ट एमएलए ऑफ द ईयर पुरस्‍कार से नवाजा गया था।

    -ओडिशा में बीजेडी और बीजेपी गठबंधन सरकार में द्रौपदी मंत्री भी रह चुकी हैं। इतना ही नहीं उन्‍होंने मार्च 2000 से कई 2004 तक राज्‍य के वाणिज्‍य व परिवहन था मत्‍स्‍य और पशु संसाधन विकास विभाग के मंत्री का पद संभाला।

    -उन्‍होंने वर्ष 2015 से 2021 तक झारखंड के राज्‍यपाल का पद संभाला.।

    परिवार और जीवन
    मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक साल 2009 में मुर्मू के जीवन में उस समय अंधेरा छा गया जब उनके 25 वर्षीय बेटे लक्ष्मण मुर्मू  की रहस्यमयी मौत हो गई और अभी सदमें से बाहर भी नहीं आई कि तीन साल बाद 2012 में उनके दूसरे बेटे का एक्सीडेंट में देहांत हो गया इतना ही नहीं इससे पहेल उनके पति श्याम चरण मुर्मू का हार्ट अटैक से निधन हो गया था। अभी परिवार में मुर्मू की एक बेटी है जो भूवनेश्वर मे विवाहित है। 

    द्रौपदी मुर्मू की संपत्ति
    मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक,  द्रौपदी मुर्मू एक अन्या राजनेती की तरह ज्यादा संपत्ति की मालकिन नहीं है वह मुशिकल से मात्र रु 9.5 लाख की मालिकन है। इसके अलावा ना कोई आभुषण , ना जमीन और ना ही कोई चल और अचल सम्पति।

    देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति होंगी
    इधर, विपक्ष ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेता यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार तय किया है।  मुर्मू अपना नामांकन 25 जून को दाखिल कर सकती हैं। अगर वह  यह चुनाव जीत जातीं है को वह देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनेंगी। इससे पहले दलित वर्ग से आने वाले केआर नारायणन और मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इस पर पहुंचे हैं।

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