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03 Aug,2022 05:33 PM- 8/3/2022 5:33:27 PM
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अफगानिस्तान में अमेरिकी हवाई हमले में आखिरकार अल-कायदा का सरगना अयमान अल-ज़वाहिरी मारा गया। ज़वाहिरी अमेरिकी कार्रवाई में ओसामा बिन-लादेन के मारे जाने के बाद अल-कायदा का सरगना बना था। अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडन ने व्हाइट हाउस में सोमवार शाम एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अमेरिकी खुफिया विभाग को ज़वाहिरी के उसके काबुल स्थित घर में अपने परिवार के साथ छिपे होने की जानकारी मिली थी। बाइडन ने अभियान के लिए पिछले सप्ताह अनुमति दी थी और इसे रविवार को अंजाम दिया गया। बता दें कि अमेरिका पर 9/11 हमलों की साजिश अल-ज़वाहिरी और ओसामा बिन-लादेन ने मिलकर रची थी। ओसामा बिन-लादेन को ‘यूएस नेवी सील्स' ने दो मई 2011 को पाकिस्तान में एक अभियान में मार गिराया था।
कौन था अल-ज़वाहिरी
अयमान अल जवाहिरी का जन्म 19 जून 1951 को मिस्र के एक संपन्न परिवार में हुआ था। जवाहिरी पेशे से सर्जन था। 14 साल की उम्र में वह मुस्लिम ब्रदरहुड का सदस्य बन गया। जवाहिरी ने ओसामा बिन लादेन के साथ मिलकर अमेरिका पर 11 सितंबर 2001 को भयावह आतंकी हमले (9/11) की साजिश रची थी। जवाहरी ने मिस्र के कैरो यूनिवर्सिटी से मेडिकल की पढ़ाई की। वह टॉप सर्जन माना जाता था। जवाहिरी के घर में कई लोग डॉक्टर और रिसर्च स्कॉलर हैं। अरबी और फ्रेंच बोलने वाले जवाहिरी ने साल 1978 में काहिरा विश्वविद्यालय की फिलॉसफी छात्रा अजा नोवारी से शादी कर ली। अजा की 2001 में मौत हो गई। इसके बाद उसने उमैमा हुसैन से दूसरी शादी की। जवाहिरी के कुल सात बच्चे हैं जिसमें फातिमा, उमायमा, नाबिला, खडिगा, मोहम्मद, आयशा और नव्वर शामिल है।
अल-ज़वाहिरी ने लादेन की छत्रछाया में किया काम
अल-ज़वाहिरी ने अल-कायद को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। पहले 1998 से उसने बिन-लादेन की छत्रछाया में काम किया और बाद में उसके उत्तराधिकारी के तौर पर। खुफिया विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, अल-ज़वाहिरी जिस घर में मारा गया वह तालिबान के शीर्ष सरगना सिराजुद्दीन हक्कानी के एक शीर्ष सहयोगी का है। सऊदी में ही अल जवाहिरी की मुलाकात अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन से हुई। दोनों के विचार एक जैसे होने के कारण दोनों में खूब बनी। 2001 में अल जवाहिरी ने इजिप्टियन इस्लामिक जिहाद का विलय अलकायदा में कर दिया। इसके बाद अलकायदा के जरिए पूरी दुनिया में आतंक फैलाने लगा।
लादेन की मौत के बाद संभाली संगठन की कमान
ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद संगठन की कमान अल-ज़वाहिरी के हाथ में आ गई थी। 2011 में वह अलकायदा का सरगना बन गया था। दुनियाभर में कई जगह हुए आतंकी हमलों के पीछे उसका हाथ माना जाता है। 11 सितंबर 2001 को 19 आतंकियों ने चार कमर्शियल प्लेन हाइजैक किए थे। इनमें से दो प्लेन वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के नॉर्थ और साउथ टावर से टकरा दिए गए थे। इस हमले में 93 देशों के 2,977 लोग मारे गए थे। इस हमले की पूरी साजिश ओसामा बिन लादेन और अल-जवाहरी ने ही रची थी।
अल- जवाहिरी भी ओसामा बिन लादेन की तरह मारा गया
अमेरिका ने 71 साल के अल- जवाहिरी को भी ओसामा बिन लादेन की तरह स्ट्राइक करके मारा। जवाहिरी को अफगानिस्तान के काबुल में ड्रोन अटैक से मारा गया।